Sunday 10 May 2020
Happy mother's day (माँ)
Saturday 9 May 2020
कोरोना वाइरस पर कुछ शब्द
what do you mean by CBR
CBR परीक्षण का विकास कैलिफोर्निया डिवीजन ऑफ हाईवे द्वारा किया गया था ताकि लचीली फुटपाथों के लिए मिट्टी-उप ग्रेड और आधार मोटे सामग्रियों का वर्गीकरण और मूल्यांकन किया जा सके। एक अनुभवजन्य परीक्षण, सीबीआर परीक्षण का उपयोग फुटपाथ डिजाइन के लिए भौतिक गुणों को निर्धारित करने के लिए किया गया है। अनुभवजन्य परीक्षण सामग्री की ताकत को मापते हैं और लचीले मापांक का सही प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं । [२] [३] यह एक प्रवेश परीक्षा है जिसमें ५० मिमी (१.९ ६ इंच) के व्यास के साथ एक मानक पिस्टन, १.२५ मिमी / मिनट की मानक दर से मिट्टी को भेदने के लिए उपयोग किया जाता है। 2.5 मिमी के प्रवेश तक दबाव मापा जाता है और एक मानक कुचल चट्टान के असर मूल्य के अनुपात को सीबीआर कहा जाता है।
यद्यपि बल पैठ की गहराई के साथ बढ़ता है, ज्यादातर मामलों में, यह उतना जल्दी नहीं बढ़ता है जितना यह मानक कुचल चट्टान के लिए होता है, इसलिए अनुपात कम हो जाता है। कुछ मामलों में, 5 मिमी का अनुपात 2.5 मिमी से अधिक हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो 5 मिमी के अनुपात का उपयोग किया जाना चाहिए। सीबीआर नियंत्रित घनत्व और नमी की स्थिति के तहत एक मानक सवार के प्रवेश के लिए एक सामग्री के प्रतिरोध का एक उपाय है। यदि उच्च स्तर की प्रजनन क्षमता वांछित है, तो परीक्षण प्रक्रिया का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। सीबीआर परीक्षण प्रयोगशाला में एक हटाए गए या undisturbed नमूने पर आयोजित किया जा सकता है। परीक्षण सरल है और लचीली फुटपाथ मोटाई आवश्यकता के क्षेत्र सहसंबंधों के लिए बड़े पैमाने पर जांच की गई है।
Wednesday 6 May 2020
Dadi ki kahani
दादी के किस्से तो आप लोग बहुत सुने होंगे , लेकिन आज मैं अपनी दादी के याद में एक किस्से शेयर कर रहा हूँ,,जो मेरे और मेरे दादी के बारे में हैं।
(अगर अछि लगे तो comment shere जरूर करे)
एक बार की बात है घर पर हम सभी भाई बहन दीदी के सादी में इक्कठा हुए थे। उसी समय घर पर गन्ना (ईख) बोई गई थी ,अभी हमलोग घर पे ही थे तो उस गन्ने से गुड़ बनाया गया था ।
मेरी दादी उस गुड़ को छत पर छिपा कर रख दी थी😢 चुकी हम सभी भाई बहन घर पर इक्कठे थे तो लुक छिपी खेलते थे ।तभी खेलते खेलते एक दिन हम लोग गुड़ देख लिए ,फिर क्या था👉 मजे ही मजे हम लोग बारी-बारी से छिपते और गुड़ खा लेते ऐसे करते -करते सारा गुड़ खत्म हो गया😳 बस ये था कि दादी को इधर गुड़ की जरूरत नही थी.🙄तो देखने नही जाती थी ।
एक दिन मेरे चाचा जी जो घर से दूर (उत्तराखंड)रहते थे ।तो वो घर आये और उन्होंने दादी से गुड़ मांगी ।फिर👉दादी ने जहाँ (कुंडा)घड़े में गुड़ छिपाया था,गई लेने,गुड़ न पाकर वो गुस्से👿😡में होकर पिता जी से बोल दी ,
फिर क्या था हम लोगो की पिता जी के द्वारा खूब पिटाई हुई।।।
(ये रही मेरे चाचू की दादी की कहानी😀)✍️मेरी डायरी।।